बीते बहुत दिन, लिखा नहीं एक शब्द बीते बहुत दिन, लिखा नहीं एक शब्द
घबराया दिल आज बेचैन बड़ा है , कुछ तो छूट गया है उन बीते कल को ।। घबराया दिल आज बेचैन बड़ा है , कुछ तो छूट गया है उन बीते कल को ।।
आज जीवन सड़क पर पीछे पड़ती है जब नजर ! आज जीवन सड़क पर पीछे पड़ती है जब नजर !
देख लेना कभी किसी चौराहे पर जहाँ मेरे होने की बिलकुल भी उम्मीद न हो! देख लेना कभी किसी चौराहे पर जहाँ मेरे होने की बिलकुल भी उम्मीद न हो!
प्रताप नामक एक राजा अपने गुरू को सत्कार करने के समय एक रेश्मी धोती दान मे दिया। गुरू बह प्रताप नामक एक राजा अपने गुरू को सत्कार करने के समय एक रेश्मी धोती दान मे दिया। ...
बहुत कुछ पीछे छूट गया क्या वहाँ जा के कोई गलती सुधार ली जाये. बहुत कुछ पीछे छूट गया क्या वहाँ जा के कोई गलती सुधार ली जाये.